कमिटमेंट करने से पहले लड़कियों के मन में आते हैं ये 7 ख्याल

कमिटमेंट करने से पहले लड़कियों के मन में आते हैं ये 7 ख्याल

प्रतीकात्मक तस्वीर

'दुर्घटना से देर भली...' ये फॉर्मूला केवल सड़क पार करते वक्त ही नहीं, किसी रिश्ते में जुड़ने से पहले भी अप्लाई करना चाहिए। खासतौर पर तब जब बात शादी या प्यार की हो। 

कंपैनियनशिप हर किसी के लिए ज़रूरी है। लेकिन इससे भी ज्यादा ज़रूरी है कि हमारा कंपैनियन यानी साथी कैसा है। उसकी सोच, उसका रहन-सहन, उसकी आदतें, हमसे कितनी मिलती जुलती हैं, या हम सामने वाले के साथ कितना सहज महसूस करते हैं।

बात जब लड़कियों की हो, तो वो किसी भी रिश्ते में जाने से पहले काफी सोच-समझकर फैसला करती हैं। किसी भी लड़के के साथ गंभीर रिश्ते में जाने से पहले उसके मन में 7 ख्याल ज़रूर आते हैं।

1.क्या मैं उसे अच्छे से जानती समझती हूं?
भले ही वो लड़के को पहले से जानती हो, किसी भरोसेमंद दोस्त के जरिए उन दोनों की मुलाकात हुई हो, लेकिन बात जब कमिटमेंट की आती है तो वो लड़के के व्यवहार और उसकी हर गतिविधि पर गौर करती है- वो किसी मुश्किल परिस्थिति से कैसे निपटता है, उसने अपने परिवार और दोस्तों को इस रिश्ते के बारे में क्या बताया है, उसने अपनी ज़िंदगी के बारे में कितनी बातें शेयर की हैं...आदि जैसे ख्याल लड़की के मन में आते हैं। 

2.लड़के के परिवारवाले, उसके दोस्त कैसे हैं
हम नौकरी या पढ़ाई की वजह से भले ही परिवार से दूर हों, लेकिन दिल और दिमाग से हमेशा जुड़े रहते हैं। हमारी सोच पर हमारे परिवार के उसूल और परवरिश का काफी असर होता है। इसलिए, लड़के के परिवारवाले कैसे ख्याल और मिज़ाज के हैं, बदलते जमाने के साथ वो खुद को कितना ढालते हैं, उन्होंने लड़के को कितनी  आज़ादी दे रखी है और वो लड़का अपने परिवार के लिए कितना मायने रखता है, जैसी बातों पर हर लड़की गौर करती है। इसके अलावा लड़के के यार-दोस्त कैसे हैं और उसका किस तरह के लोगों के बीच उठना-बैठना है, जैसी बातें ज़रूर पता लगाती है।

लड़कियों की ‘फ्रेंड लिस्ट’ में टॉप पर होते हैं ये 5 तरह के दोस्त

3.लड़का मुझपर कितना खर्च करता है?

लड़कियों के मन में ये बात इसलिए नहीं आती कि लड़का कितना पैसे वाला है, बल्कि वो ये जानना चाहती है वो उसके प्रति कितना गंभीर है। जाहिर सी बात है अगर कोई लड़का किसी लड़की के प्रति गंभीर है तो वो उसकी हर ज़रूरत और ख्वाहिश पूरी करनी की कोशिश ज़रूर करेगा और अगर इसके लिए पैसे भी खर्च करने पड़े तो वो भी उसे मंज़ूर होगा। 
 


4.क्या बिन कहे वो मेरे जज्बात समझता है
लड़कियों के साथ ये समस्या होता है। वो सामने वाले से जो उम्मीद रखती हैं, उसे जाहिर नहीं करती हैं। खासतौर पर उनसे जिनसे वह बेहद प्यार करती हैं। उनका मानना है कि सामने वाला उसकी कई बातें बिना कहे की समझ ले। इसलिए अगर कोई लड़का उसकी तकलीफ या उसकी खुशी का अंदाज़ा केवल उसके हाव भाव से ही लगा ले, तो लड़की को बेहद खुशी होती है। 
   
5 क्या वह निजी बातों को भी सार्वजनिक करता है?
एक लड़की अपनी सहेली से भले ही ब्वॉयफ्रेंड से जुड़ी सीक्रेट या उसके साथ की गई निजी बातों को न शेयर करे। लेकिन आमतौर पर लड़के अपने दोस्तों को (भरोसे के कारण या रौब जमाने के इरादे से) गर्लफ्रेंड के साथ बिताए पलों का ब्योरा दे देते हैं। लड़कियों को ऐसे लड़के बिलकुल नहीं पसंद। ऐसे लड़कों के साथ लड़कियां हमेशा असुरक्षित महसूस करती हैं। 
 

6. क्या मैं जैसी हूं, उसे पसंद हूं?
हर लड़की ये जानना चाहती है कि सामने वाले लड़के को अगर उसमें दिलचस्पी है, तो क्यों है। क्या उसकी सोच, उसका करियर गोल या फिर उसके तौर तरीके लड़के को पसंद हैं या वो उन्हें बदलना चाहता है। सुधार और बदलाव में काफी अंतर होता है, और लड़कियां इन्हीं दो तराजू में लड़कों की उम्मीदों को तौलती हैं।

गर्लफ्रेंड, पत्नी से ये 5 उम्मीद रखते हैं पुरुष

7. उसकी फ्यूचर प्लैनिंग मेरी फ्यूचर प्लैनिंग से मेल खाती है?

सामने वाले लड़के ने अपने करियर, शादी और बच्चे को लेकर जो प्लैनिंग कर रखी है क्या वह उसकी फ्यूचर प्लैनिंग के साथ तालमेल बिठा पाएंगी या नहीं, इसके बारे में भी लड़कियां खूब सोच विचार करती हैं। ये लाजमी भी है। क्योंकि कोई लड़की यह नहीं चाहेगी कि उसे लड़के या पति के दबाव में आकर अपने सपनों और ख्वाहिशों से समझौता करना पड़े। कम से कम जानबूझकर तो कोई भी लड़की ऐसे लड़के से रिश्ता नहीं जोड़ना चाहेगी जो उसकी सोच और सपनों के साथ तालमेल न बिठा पाए। 

अगर लड़कियों को अपना जीवनसाथी चुनने का मौका मिले या फिर वो खुद किसी लड़की को अप्रोच करती हैं, तो कम से कम इन 7 पैमानों पर लड़कों को जज करती हैं। 


कुल मिलाकर लड़कियां केवल 'सेंटीमेंटल' नहीं, 'जजमेंटल' भी होती हैं!
 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com