जिसे प्‍यार किया, उसी से हो रही है जलन? ये है कॉम्‍पलैक्स वायरस...

जिसे प्‍यार किया, उसी से हो रही है जलन? ये है कॉम्‍पलैक्स वायरस...

अगर दो प्‍यार करने वाले अचानक लडने लगें, अचानक कोई एक चुप-चुप रहने लगे, साथी अचानक बहुत सी शिकायतें करने लगे, तो हो सकता है कि उनकी खुशियों भरे जीवन में आ गया हो कॉम्पलेक्स नाम का वायरस।

जिन्दगी बड़ी तेज रफ्तार से दौड़ रहीं है। इसी तनाव के कारण बढ़ रही हैं रिश्‍तों में दूरियां। पर उन हालातों का क्या जब किसी के पास होते हुए भी दिल अकेलेपन का एहसास करता हो और पास रहते हुए भी दोनों के बीच में खिंच जाए दूरियों की एक बड़ी दीवार... क्‍या करें अगर बैठे-बैठे ही दिल कह उठे - 'तन्हा न करों यूं महफिल में, यूं न दो हमें रुसवाई, सामने रहते हुए भी सनम, यूं न हमें दो तनहाई...  

ऐसा क्यों होता है
इस अकेलेपन की वजह शायद कॉम्पलेक्स हो सकती है। कॉम्पलेक्स होने की वजह में कहीं न कहीं खुद को साथी के सामने कमतर समझना भी होता है। कॉम्पलेक्स अक्सर अच्छी खासी दोस्ती और प्यार पर गहरा असर डालता है। दूसरे पार्टनर के किसी तरह का कॉम्पलेक्स न होने दें इसके लिए यह जानना भी जरूरी है कि कॉम्पलेक्स होने के पीछे क्या क्या वजह हो सकती हैं।
कॉम्पलेक्स जीवन में आना इस बात पर निर्भर करता है कि दोनों के बीच का जुड़ाव कितना भावनात्मक है। अगर एक दूसरे से भावनात्मक स्तर पर जुड़ाव है, तो किसी भी तरह की हीनभावना या कॉम्पलेक्स का असर तकरीबन न के बराबर ही है। लेकिन अगर किसी एक पार्टनर की सैलरी ज्यादा है और वह पत्नी है, तो लड़के के मन में इससे हीन भावना आ सकती है। इसकी वजह  हमारा सामाजिक ढांचा है, जिसके तहत वह खुद को इन्फीरियर मान बैठता है और कॉम्पलेक्स का शिकार हो जाता है। पर ऐसे में पत्नी को अपने पार्टनर की भावनाओं को समझते हुए हालातों का सम्भालना चाहिए।

कुछ यूं टालें कॉम्पलेक्स को
अपने साथी को इस बात का एहसास कराते रहें कि उनकी मदद के बिना आप यह जॉब नहीं कर सकतीं थी और आज जितना आप कमा रहीं हैं उसमें आपके पार्टनर का ही हाथ है। अगर वे आपको यह नौकरी करने न देते, तो आज आप इतना कुछ नहीं कर पाती। अक्सर कॉम्पलेक्स होने की वजह किसी किसी एक के दोस्तों का बहुत ज्यादा होना भी हो सकता है। जब वह जरूरत से ज्यादा अपने दोस्तों के साथ रहता है। कुछ दूसरे कारण भी कॉम्पलेक्स पैदा करते हैं जैसे दोनो में से किसी एक का ज्यादा सुंदर होना भी है ऐसा होने पर दूसरा हीन भावना से ग्रस्‍त हो सकता है।

कैसे बचें
जहां गहरा प्यार होता है वहां अक्सर छोटी-छोटी बातें भी बड़ा रूप ले लेती हैं। ठीक ऐसे ही कॉम्पलेक्स भी पैदा होने के बाद धीरे-धीरे भयानक रूप ले लेता है। कॉम्पलेक्स से बचे रहने के लिए उन सब बातों का खास ध्यान रखें जो बातें आपके पार्टनर को हर्ट कर सकती है। जैसे आपके पास टाईम न होना, आपका उन लोगों से बात करना जिनसे आपके पार्टनर की बातचीत बंद है। अक्सर सभी अपने पार्टनर पर अपना पूरा हक समझ बैठते है व चाहते हैं कि उनका पार्टनर ठीक वैसे ही रहे जैसे वे चाहते हैं। ऐसा न होने पर भी कॉम्पलेक्स आ सकता है।

क्यों, हो गया क्या?
कॉम्पलेक्स अगर आपके दिमाग में घर कर गई है ते इसे निकालने का काम आप से अच्छी तरह कोई नहीं कर सकता। सबसे पहले अपने पार्टनर को इस बारे में बताइए वे आपकी सहायता जरूर करेंगे। खुद को समझाइए कि आप बेकार की उलझन में अपना समय खराब कर रहें हैं। जितना हो सके अपने साथी के साथ समय बिताएं। मन की हर बात को साथी से बाटें और फिर देखें कि कैसे धीरे-धीरे आपका कॉम्पलेक्स आपके जीवन से भाग खड़ा होता है।

जाने दूसरे की मजबूरी
जब एक कॉम्पलेक्स को झेल रहा हो और दूसरा अपने जीवन में मस्त हो, पार्टनर आपसे बातें शेयर नहीं करता तो भी आप जान सकते है कि वह कॉम्पलेक्स से जूझ रहा है। अगर वह छोटी-छोटी बातों का भी ईशु बना ले, बात-बात पर झल्लाने लगे और हर काम में कमिया दिखने लगें, तो समझ जाइए वह कॉम्पलेक्स से जूझ रहा है और उसे आपकी हेल्‍प की जरूरत है।

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ध्‍यान रहे
•    कभी भी कॉम्पलेक्स का एहसास हो, तो सबसे पहले अपने पार्टनर को बताएं।
•    इस बात का पूरा-पूरा ध्यान रखें कि एक बार कॉम्पलेक्स आने पर बिना पार्टनर की सहायता के उसे खत्म नहीं किया जा सकता।
•    दोनों मिलकर ही किसी नतीजे पर पहुचें ऐसा न हो कि कोई एक हर महत्वपूर्ण निर्णय ले लें।