केशव प्रसाद मौर्य ने 2002 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने पिछले साल सबसे बड़ा चुनावी दांव खेलते हुए ओबीसी चेहरे केशव प्रसाद मौर्य को यूपी बीजेपी का अध्यक्ष बनाया. लंबे समय से विश्व हिंदू परिषद से जुड़े केशव प्रसाद मौर्य ने 2002 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और बीजेपी के टिकट पर पहली बार इलाहाबाद शहर पश्चिमी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा.
2002 में हार के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने 2007 में एक बार फिर उन्होंने इलाहाबाद शहर पश्चिमी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार भी उन्हें जीत नसीब नहीं हुई. इसके बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने सिराथू विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर किस्मत आजमाया और जीत दर्ज की. दो साल तक विधायक रहने के बाद 2014 लोकसभा चुनाव में पहली बार फूलपुर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीतकर लोकसभा पहुंच गए.
2014 में सांसद बनने के बाद केशव प्रसाद मौर्य का कद पार्टी में कद काफी बढ़ गया और 2016 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. बीजेपी में उनका राजनीतिक सफर भले ही ज्यादा लंबा नहीं हुआ है, लेकिन राजनीतिक करियर शुरू करने से पहले वो विश्व हिंदू परिषण और बजरंग दल में करीब 18 साल तक प्रचारक रहे हैं.