ब्रिटेन की 12 साल की बच्ची निकोल बार का IQ स्टीफ़न हॉकिन्ग और आईंस्टीन से ज़्यादा

ब्रिटेन की 12 साल की बच्ची निकोल बार का IQ स्टीफ़न हॉकिन्ग और आईंस्टीन से ज़्यादा

फाइल तस्वीर, वेस्टर्न डेली प्रेस

लंदन:

ब्रिटेन की एक 12 साल की बच्ची को वहां आयोजित मेन्सा आईक्यू टेस्ट में सर्वोच्च संभावित स्कोर 162 मिला है। इस स्कोर के मिलने के साथ ही एसेक्स के हार्लो में रहने वाली निकोल बार्र के अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से ज़्यादा तेज़ दिमाग होने की संभावना जताई जा रही है।

निकोल ने मेन्सा आईक्यू टेस्ट में पर्फेक्ट 162 अंक प्राप्त किये हैं। इस स्कोर को प्राप्त करने के बाद निकोल पूरी दुनिया में अब तक हुए सबसे तेज़ दिमाग वाले एक प्रतिशत लोगों की लिस्ट में शामिल हो गई है। इसका यह भी मतलब होता है कि निकोल भौतिक विज्ञानी स्टीफंस हॉकिंग और माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स और अलबर्ट आईंस्टीन से ज्य़ादा कुशाग्र है।

ऐसा माना जाता है कि इन सभी लोगों का आईक्यू लेवल 160 है। निकोल की माँ डॉली बकलैंड के अनुसार, 'वह एक मेहनती बच्ची है और स्कूल के बाद होमवर्क पूरा करने लिए वहीं रुक जाती है।'

अंग्रेज़ी अख़बार mirror.co.uk को निकोल की मां डॉली बकलैंड ने कहा, 'काफी छोटी उम्र से उसने किताबों और मैगज़ीनों में ग़लतियां ढूंढनी शुरू कर दी थीं। वह काफी खुशमिजाज लड़की है और हमेशा एक्सट्रा होमवर्क मांगती रहती है।   

आईक्यू टेस्ट का रिज़ल्ट आने के बाद पहली प्रतिक्रिया देते हुए निकोल ने कहा, 'जब मुझे पता चला कि मुझे इतना ज्य़ादा स्कोर मिला है तो मैं स्तब्ध रह गई।'

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मेन्सा के प्रवक्ता के अनुसार, 'इस स्कोर के साथ ही निकोल दुनिया के टॉप एक प्रतिशत प्रतिभाशाली लोगों में जा खड़ी हुई है।'
 
निकोल बर्न्ट मिल एकैडेमी में कक्षा सात की छात्रा है और उसे पढ़ाई के अलावा डांस करना, गाना गाना और ड्रामा में भाग लेना पसंद है। प्राइमरी स्कूल में भी निकोल अपने साथ के बच्चों की तुलना में कई साल आगे थी और कठिन समझे जाने वाले अलजेब्रा के सवाल आसानी से हल कर लेती थी।