यह ख़बर 19 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

लूट की रकम से जमीन खरीद रहे चम्बल के डकैत!

खास बातें

  • मध्य प्रदेश के चम्बल इलाके में सक्रिय डकैत अब डकैती कर हासिल की गई दौलत को जमीन खरीदने में निवेश करने लगे हैं। भिंड में पकड़े गए दो डकैतों के पास से मिली सम्पत्ति से यह खुलासा हुआ है।
भिंड:

मध्य प्रदेश के चम्बल इलाके में सक्रिय डकैत अब डकैती कर हासिल की गई दौलत को जमीन खरीदने में निवेश करने लगे हैं। भिंड में पकड़े गए दो डकैतों के पास से मिली सम्पत्ति से यह खुलासा हुआ है। उनके पास खेती की जमीन तो है ही, साथ में ट्रैक्टर वगैरह भी हैं। जिला प्रशासन ने इस सम्पत्ति को कुर्क करने का निर्णय लिया है।

जानकारी के अनुसार, गोहद थाना क्षेत्र के दो डकैतों भूरा सिंह व उदय सिंह को बीते दिनों पुलिस ने पकड़ा था। ये ऐसे डकैत हैं जो भिंड के अलावा मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी व दतिया में सक्रिय रहे हैं और उन्होंने बड़े पैमाने पर लूटपाट की है। इन डकैतों ने लूट की दौलत से खेती की जमीन व ट्रैक्टर आदि भी खरीदे हैं।

बताया गया है कि भिंड पुलिस द्वारा जुलाई में पकड़े गए भूरा व उदय से पूछताछ करने पर पता चला था कि इन दोनों के पास 110 बीघा जमीन है।

पुलिस अधीक्षक आकाश जिंदल ने बताया कि इन दोनों डकैतों पर एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इन डकैतों के पकड़े जाने के बाद उनके पास से उतना माल नहीं बरामद हुआ, जितनी दौलत उन्होंने लूटी थी।

जिंदल के मुताबिक, जांच करने पर पता चला कि इन डकैतों ने लूट की दौलत से अपने रिश्तेदारों के नाम पर जमीन खरीदी है। उसके बाद उन्होंने जिलाधिकारी अखिलेश श्रीवास्तव के पास एक प्रस्ताव भेजकर इन डकैतों की सम्पत्ति को कुर्क करने का प्रस्ताव भेजा।

जिलाधिकारी श्रीवास्तव ने दोनों डकैतों की सम्पत्ति कुर्क करने का आदेश दिया है। उन्होंने डकैतों को यह मौका भी दिया गया था कि वे यह बताएं कि उन्होंने यह सम्पत्ति कैसे खरीदी है। डकैतों से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सम्पत्ति को कुर्क करने का फैसला लिया गया।

संभवत: राज्य में यह पहला मौका होगा जब डकैतों की सम्पत्ति को कुर्क किया जाएगा। इससे पहले पुलिस व प्रशासनिक अमले ने कभी भी यह तक पता करने की जहमत नहीं उठाई कि डकैत के परिजनों के पास कितनी सम्पत्ति है और वह कहां से आई है।

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चम्बल के दो डकैतों द्वारा जमीन खरीदने में किए गए निवेश से एक बात तो साफ हो गई है कि इस इलाके में डकैत लूट की रकम को दीगर क्षेत्रों में अपने परिवार की खातिर लगाने में लगे हैं। अभी तक तमाम शहरी गुर्गो द्वारा अपराध के जरिए कमाई गई रकम को किसी बड़े कारोबारी के साथ कारोबार में लगाने के मामले सामने आए हैं। प्रदेश में यह पहला मामला है जब डकैतों के जमीन खरीदने में निवेश का खुलासा हुआ है।