यह ख़बर 17 फ़रवरी, 2014 को प्रकाशित हुई थी

विश्व का सर्वाधिक उम्रदराज व्यक्ति छत्तीसगढ़ का प्रेमसाय!

कोरबा:

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में विश्व का सबसे उम्रदराज व्यक्ति रहता है। कोरबा जिले के तिल्हापताई गांव निवासी प्रेमसाय पटेल का दावा है कि उनका जन्म 11 मई 1896 को हुआ था। इस लिहाज से उनकी उम्र 117 साल 8 महीने पूरी हो गई है। पर रिकॉर्ड के मुताबिक सबसे अधिक उम्र 115 वर्ष जापान की महिला मिसाओ ओकावा की बताई जाती है।

प्रेमसाय जिला मुख्यालय कोरबा से 35 किलोमीटर दूर करतला ब्लॉक के ग्राम तिल्हापताई में रहते हैं। उनका दावा है कि उनका जन्म 11 मई 1896 को हुआ था। इस लिहाज से उनकी उम्र 117 साल आठ महीने पूरी हो गई है। इस उम्र में भी वह चुस्त हैं और अपने सारे काम निपटाते हैं।

तीन पुत्रों में सबसे बड़ा पुत्र इतवारी पटेल की उम्र 80 साल से अधिक है। मंझले महेश पटेल व सबसे छोटे गणेशराम हैं। चार पीढ़ियों के इस परिवार में 50 से अधिक सदस्य हैं। पहली पत्नी के निधन के बाद उन्होंने दूसरी शादी बुधाबाई से की। सबसे बड़े परिवार के मुखिया होने के बाद भी वह खुद की कमाई पर निर्भर हैं।

पुत्र इतवारी ने बताया कि वह अपने पिता को आराम करने की गुजारिश कई बार कर चुके हैं, किंतु वह खाली बैठना ही नहीं चाहते हैं। सब्जी की बाड़ी में उन्हें कुदाली चलाते हुए देखा जा सकता है। बाड़ी में केले के पेड़ों के अलावा टमाटर, सेम, लालभाजी व अन्य सब्जी की पैदावार कर सब्जी के होलसोल विक्रेताओं को बेचते हैं और इससे होने वाली आमदनी से ही उनका खर्च चलता है।

चौथी कक्षा तक पढ़े प्रेमसाय का जन्म सक्ती के ग्राम मोहंदीकला में हुआ था। उस जमाने में उनकी गिनती पढ़े-लिखे लोगों में होती थी और यही वजह है कि उन्हें 10 गांव के बच्चों के लिए खोले गए स्कूल में शिक्षक की नौकरी भी मिल गई थी। हालांकि 35-40 साल की उम्र में ही प्रेमसाय मूलग्राम मोहंदीकला को छोड़कर ग्राम तिल्हापताई आ गए।

प्रेमसाय के मंझले पुत्र महेश ने बताया कि उनके पिता को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत नहीं पड़ी है।

प्रेमसाय की याददाश्त भी कमजोर नहीं हुई है। काफी पुरानी बातें आज भी उन्हें याद है। उन्होंने बताया कि उन्होंने वह दौर भी देखा है जब 30 रुपये में एक तोला सोना मिलता था। 10 पैसे में एक पाव इलायची खरीदा करते थे। चार पैसे के खरीदे गए लड्डू पूरे परिवार के सदस्य खाया करते थे। एक छड़ी के सहारे ही वह चल-फिर लेते हैं। सब्जी बेचने के बाद खुद ही हिसाब-किताब कर लेते हैं। बुलंद इरादों के साथ प्रेमसाय कहते हैं कि जब तक सांस चलेगी काम करते रहेंगे।

प्रेमसाय की उम्र के सत्यापन की बात करें तो उनके पास हाल ही में बनाए गए आधार कार्ड है, जिसमें जन्मतिथि 11 मई 1896 दर्ज है।

लंबी उम्र वाले व्यक्तियों के रिकार्ड पर यदि नजर दौड़ाई जाए तो सबसे अधिक 115 वर्ष जापान की महिला मिसाओ ओकावा की है। इस महिला का जन्म 5 मार्च 1898 में हुआ था। हालांकि यह सत्यापित किए जाने के बाद रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।

इसके पहले जापान में ही रहने वाले जिरोमन क्यूरा के नाम पर सबसे लंबी आयु वाले व्यक्ति के रूप में दर्ज था। 1897 में जन्मे इस व्यक्ति का निधन 12 जून 2013 में हुआ। भारत के ही कश्मीर में रहने वाले फिरोजुद्दीन वीर ने भी अपनी उम्र 141 साल के होने का दावा किया है। हालांकि सत्यापित नहीं हो सका है।

कोरबा जिला चिकित्ससालय के सीएमएचओ डॉ. पीआर कुंभकार की माने तो किसी भी मनुष्य की आयु 117 साल या उससे अधिक हो सकती है। उम्र का सत्यापन बोन टेस्ट से किया जा सकता है।

कोरबा के एसडीएम जीआर राठौर कहते हैं कि इतनी लंबी आयु वाले किसी व्यक्ति के जीवित होने की जानकारी हमारे पास नहीं है। आपसे पहली बार यह जानकारी मिल रही है। वह खुद उस गांव में जाकर इसका सत्यापन करेंगे।

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जिला सांख्यिकी अधिकारी मधु साहू कहती हैं कि कोरबा जिले के जन्म-मृत्यु के आंकड़े वर्ष 2005 तक का है। इसके पहले के आंकड़े बिलासपुर मुख्यालय में उपलब्ध हैं। हालांकि वहां भी वर्ष 1896 के आंकड़े उपलब्ध नहीं है। बहरहाल अब जब सर्वाधिक उम्र दराज व्यक्ति होने की बात सामने आ रही हैं तो प्रशासन भी उनके दावे को सत्यापित करने में लगा है।