यह ख़बर 25 फ़रवरी, 2011 को प्रकाशित हुई थी

रेल बजट : ममता ने गुनगुनाया लता का गीत

खास बातें

  • लता मंगेशकर द्वारा गाए गए गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगों' की कुछ पक्तियां ममता बनर्जी ने अपने भाषण में शामिल कीं।
New Delhi:

जिस गीत पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की आंखों से आंसू झलके थे वहीं गीत शुक्रवार को रेल मंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की खास मांग पर बजट भाषण के दौरान गुनगुनाया। सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर द्वारा गाए गए गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगो' की कुछ पक्तियां बनर्जी ने अपने भाषण में शामिल कीं। हरे बॉर्डर वाली सफेद साड़ी में बजट भाषण दे रहीं ममता बनर्जी जब रक्षा सेनाओं के सेवानिवृत्त कर्मियों को रेलवे में नौकरियां देने की घोषणा कर रही थीं तब लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने उनसे खास तौर पर मांग की कि वह भाषण में शामिल खूबसूरत गीत की पक्तियां सुनाना न भूलें।बनर्जी ने मुस्कराते हुए कहा, "पहले में यह पंक्तियां सुनाती हूं।" बनर्जी ने कहा, "कोई सिख, कोई जाट मराठा, कोई गुरखा कोई मद्रासी, सरहद पर मरने वाला, हर वीर था भारतवासी।"  "जब घायल हुआ हिमालय, खतरे में पड़ी आजादी। जब तक थी सांस लड़े वो फिर अपनी लाश बिछा दी" बनर्जी ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा कि लता मंगेशकर द्वारा इस गीत को सुनकर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भावुक हो गए थे।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com