यह ख़बर 23 मार्च, 2012 को प्रकाशित हुई थी

झूठ बोलने वाले रहते हैं अधिक संतुष्ट

खास बातें

  • सिडनी यूनिवर्सिटी द्वारा एक अध्ययन में यह सामने आया है कि लोग यदि झूठ बोलकर कुछ पाते हैं तो ज्यादा संतुष्ट रहते हैं।
मेलबर्न:

यह अलग बात है कि आप बचपन से सुनते आए हैं कि सच का फल मीठा होता है पर अब शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि झूठ बोलने से व्यक्ति अधिक संतुष्ट रहता है।

सिडनी यूनिवर्सिटी द्वारा एक अध्ययन में यह सामने आया है कि लोग यदि झूठ बोलकर कुछ पाते हैं तो ज्यादा संतुष्ट रहते हैं। शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि जिन लोगों को झूठ बोलने पर कुछ मिलता है तो वे बहुत तीव्र प्रतिक्रियाएं देते हैं।

इस शोध से पहले किए गए शोध में सामने आया था कि लोग एक दिन में एक या दो बार झूठ बोलते हैं। यह आंकड़ा 60 साल की उम्र तक 42 हजार झूठ तक पहुंच जाता है। इस शोध दल का नेतृत्व करने वाली डॉ-क्रिस्टीना एंथोनी का कहना है कि झूठ बोलना भी एक मेहनत का काम है। वह कहती हैं, ‘‘जब आप बीमा राशि या भुगतान वापसी के लिए झूठ बोलते हैं और आप सफल हो जाते हैं तो आप ज्यादा संतुष्ट होते हैं।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इसके लिए शोधकर्ताओं ने कुछ लोगों के साथ प्रयोग किए जिसमें उनको कुछ जवाबों के सच्चे या झूठे जवाब देने थे। इसके बाद आधे लोगों को बताया गया कि उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा। उनको मालूम था कि वह इसके योग्य नहीं हैं पर उन्होंने इसे पाने के लिए झूठ बोला था। पुरस्कार मिलने की सूचना पर वह बहुत उत्साहित थे।