यह ख़बर 16 सितंबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

केंद्रीय मंत्रियों की औसत सम्पत्ति 10 करोड़ रुपये

खास बातें

  • यह नतीजा तब दिखाया गया है जब कई मंत्रियों ने अपनी कई कम मूल्य की सम्पत्ति के बारे में नहीं बताया है।
नई दिल्ली:

एक रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय मंत्रियों की औसत सम्पत्ति आज 10 करोड़ रुपये है और 2009 के चुनाव के बाद से उनकी सम्पत्ति में औसतन तीन करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिसर्च (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वाच (एनईडब्ल्यू) द्वारा गुरुवार को जारी रिपोर्ट में यह नतीजा तब दिखाया गया है जब कई मंत्रियों ने अपनी कई कम मूल्य की सम्पत्ति के बारे में नहीं बताया है। कई अन्य की सम्पत्ति पहले से घटी भी है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने तीन सितम्बर को सभी 77 मंत्रियों की सम्पत्ति की घोषणा की थी। रिपोर्ट में कहा गया, "वर्तमान मंत्रिमंडल में मंत्रियों की औसत सम्पत्ति 10,63,55,097 रुपये है। वर्ष 2009 में यह 7.3 करोड़ रुपये थी। वर्तमान मंत्री 2009 की तुलना में 3.3 करोड़ रुपये अधिक समृद्ध हैं।" एडीआर-एनईडब्ल्यू ने 2011 के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा घोषित सम्पत्ति और 2009 के लोकसभा चुनाव के वक्त जमा किए गए हलफनामे तथा 2009 में राज्य सभा सचिवालय को बताई गई सम्पत्ति की तुलना कर यह नतीजा निकाला। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2011 के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा घोषित सम्पत्ति में कम-से-कम 19 मंत्रियों ने अपनी कई चल और अचल सम्पत्ति के बारे में नहीं बताया है। केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली की सम्पत्ति में 95 फीसदी की कमी आई है। वर्ष 2011 में उन्होंने अपने पास नगण्य सम्पत्ति की घोषणा की है। जबकि 2009 में उन्होंने बताया था कि उनके पास 53 लाख रुपये की चल और 2.4 करोड़ रुपये की अचल सम्पत्ति है। केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम की सम्पत्ति में 2009 की तुलना में 11 फीसदी गिरावट आई है। केंद्रीय नवीन और अक्षय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला की सम्पत्ति में इसी दौरान 93 फीसदी की गिरावट आई। अन्य मंत्री जिनकी सम्पत्ति घटी है उनमें शामिल हैं अगाथा संगमा (नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी), प्रतीक पी. पाटील, वीरभद्र सिंह, आर.पी.एन. सिंह, विंसेंट पाला, जितिन प्रसाद, एस. जयपाल रेड्डी, प्रणीत कौर, जयराम रमेश, एस.एम. कृष्णा और जी.के. वासन (सभी कांग्रेस) और डी. नेपोलियन (डीएमके)। इससे उलट बिजली मंत्री सुशील कुमार सिंदे की सम्पत्ति 107 फीसदी बढ़ी है। यह तब है जब उन्होंने अपनी और अपनी पत्नी के कम से कम तीन आवासीय मकान के बारे में नहीं बताया है। वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सम्पत्ति 119 फीसदी बढ़ी है। उन्होंने भी कम से कम चार गैर कृषि भूखंड और 12 आवासीय मकानों के बारे में नहीं बताया है। महिला और बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने भी अपने 6,580 ग्राम सोने के गहने और गुड़गांव के भूखंड के बारे में नहीं बताया है। जिन मंत्रियों की सम्पत्ति सबसे अधिक बढ़ी है उनमें शामिल हैं द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के डॉ. एस. जगथ्राक्षकण (2009 में 5.9 करोड़ रुपये, 2011 में 70 करोड़ रुपये), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रफुल्ल पटेल (2009 में 79.8 करोड़ रुपये, 2011 में 122 करोड़ रुपये) और कांग्रेस के कमल नाथ (2009 में 14 करोड़ रुपये, 2011 में 41 करोड़ रुपये)।


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