यह ख़बर 15 अप्रैल, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बेतुके बोल पर पनपे विवाद पर मप्र के मंत्री ने माफी मांगी

खास बातें

  • मध्य प्रदेश में महिलाओं को लेकर की गई द्विअर्थी टीका-टिप्पणी पर पनपे विवाद के बाद आदिमजाति कल्याण मंत्री विजय शाह को बैकफुट पर आना पड़ा है। उन्होंने माफी मांगी है, वहीं कांग्रेस ने शाह को बर्खास्त करने की मांग की है।
झाबुआ:

मध्य प्रदेश में महिलाओं को लेकर की गई द्विअर्थी टीका-टिप्पणी पर पनपे विवाद के बाद आदिमजाति कल्याण मंत्री विजय शाह को बैकफुट पर आना पड़ा है। उन्होंने माफी मांगी है, वहीं कांग्रेस ने शाह को बर्खास्त करने की मांग की है।

झाबुआ में रविवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में पहुंचे शाह ने सरकार द्वारा जनजातीय वर्ग के लिए चलाई जा रही योजनाओं का चर्चा की। उसके बाद मंच पर मौजूद एक नाम की दो महिला नेत्रियों पर आकर ठिठक गए। उन्होंने कहा कि लगता है कि झाबुआ में 'एक के साथ एक फ्री' मिलता है।

शाह यहीं नहीं रुके, उन्होंने पंडाल में बैठी लड़कियों की ओर इशारा करते हुए कह डाला कि पहला-पहला मामला कोई नहीं भूलता। बच्चों के ठहाकों पर उनकी प्रतिक्रिया थी कि बच्चे भी बड़े समझदार हैं।

कार्यक्रम में लगते ठहाकों के बीच आदिमजाति कल्याण मंत्री इतने मस्त हो गए कि उन्होने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी नहीं बख्शा। उन्होंने बताया कि एक बार चौहान की पत्नी से कहा, "भइया के साथ तो रोज जाती हो, कभी-कभी देवर के साथ भी घूमने चली जाया करो।"

इस बयान के तूल पकड़ने पर शाह ने मीडिया पर बयान तोड़मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने हास्य-विनोद में यह बयानी की थी। उनका मकसद किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था, किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं।

शाह की इस बयानबाजी पर कांग्रेस ने सख्त नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस ने राज्यपाल से शाह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि महिलाओं पर टिप्पणी करने वाले मंत्री को पद पर रहने का हक नहीं है।

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आदिम जाति कल्याण विभाग मंत्री विजय शाह द्वारा एक सार्वजनिक समारोह में मुख्यमंत्री की पत्नी सहित महिला जनप्रतिनिधियों के बारे में की गई अभद्र टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री का नियंत्रण शासन-प्रशासन सहित अपने मंत्रिमंडल के साथियों पर भी नहीं रहा। उन्होंने कहा, "यही कारण है कि आज प्रदेश अराजक हालात से गुजर रहा है। महिलाओं के सम्मान की पैरवी करने वाले मुख्यमंत्री के ढोंग की पोल उन्हीं के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त उपाध्यक्ष प्रभात झा ने खोल कर रख दी है, जिन्होंने भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति के बारे में ओछी टिप्पणी कर दी थी।"

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सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के अंदर अगर थोड़ा भी नारियों के प्रति सम्मान है तो वे तत्काल अपने 'निर्लज्ज मंत्री' को बर्खास्त करें।