यह ख़बर 07 मई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

तेल के ऊंचे दाम से अमेरिकी राष्ट्रपति भी अछूते नहीं

खास बातें

  • ओबामा ने पिछले दिनों इंडियाना में तेल एवं गैस की महंगाई का जिक्र करते हुए कहा कि खुफिया एजेंसी ने उन्हें गैस भी नहीं भरने दी और गाड़ी भी नहीं चलाने दी।
वाशिंगटन:

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और गैस के ऊंचे दामों से न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है बल्कि अमेरिकी जनता और यहां तक कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भी इससे प्रभावित हुए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पिछले दिनों इंडियाना राज्य की जनता के साथ हल्के फुल्के अंदाज में तेल एवं गैस की महंगाई का जिक्र करते हुए कहा कि खुफिया एजेंसी ने उन्हें गैस भी नहीं भरने दी और गाड़ी भी नहीं चलाने दी। उन्होंने कहा कि इस समस्या का दीर्घकालिक निदान स्वच्छ ऊर्जा में है। इंडियाना में एलिसन ट्रांसमिशन संयंत्र के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बचत करके हम गैस मूल्यों को नियंत्रित रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मुझे अपनी गाड़ी में तेल भरवाये कुछ समय बीत चुका है, खुफिया एजेंसी के लोग मुझे ऐसा करने से रोकते हैं। गैस के दाम में हाल में आई जबर्दस्त तेजी को उन्होंने पीड़ादायक बताया और कहा कि इसका आम लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में हम यदि नई प्रौद्योगिकी की तरफ बढ़ते हैं, तो आने वाले समय में इसका असर दिखाई देगा। ओबामा ने कहा कि उन्होंने अगले दशक के मध्य तक तेल आयात बिल में एक तिहाई कमी लाने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को हम अपनी तेल एवं गैस खपत कम करके और किफायत बरत कर तथा नई प्रौद्योगिकी को अमल में लाकर हासिल करेंगे। राष्ट्रपति ने कहा, हम लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। अल्पकालिक समय में हमें सुरक्षित तेल उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन देने का हरसंभव प्रयास करना होगा। पिछले साल अमेरिका में तेल उत्पादन वर्ष 2003 के बाद अपने शीर्ष स्तर पर पहुंचा है। उन्होंने कहा, स्थिति यह है कि हम पहले से ज्यादा तेल का उत्पादन कर रहे हैं लेकिन हमारे सामने चुनौती यह है कि हमारे पास दुनिया के तेल भंडार का मात्र दो से तीन प्रतिशत ही है जबकि हम 25 प्रतिशत तेल का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समस्या का उचित हल घरेलू स्तर पर स्वच्छ उर्जा उत्पादन है। हमें इसके लिए प्राकृतिक गैस से चलने वाले वाहनों की आवश्यकता होगी। हमारे पास यहां प्राकृतिक गैस काफी है और हम इसका अमेरिका में उत्पादन कर सकते हैं। हमें अपने वाहनों को किफायती इस्तेमाल वाला बनाना होगा, मांग कम होने से दाम भी नीचे आयेंगे।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com