यह ख़बर 03 जून, 2011 को प्रकाशित हुई थी

तेंदुलकर जैसा कोई नहीं : रिचर्ड्स

खास बातें

  • विवियन रिचर्ड्स ने सर डॉन ब्रैडमेन को खेलते नहीं देखा, लेकिन मौजूदा दौर के तमाम बल्लेबाजों में उन्हें सचिन से बेहतर कोई नजर नहीं आता।
पोर्ट ऑफ स्पेन:

महान बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स ने सर डॉन ब्रैडमेन को खेलते नहीं देखा, लेकिन मौजूदा दौर के तमाम बल्लेबाजों में उन्हें सचिन तेंदुलकर से बेहतर कोई नजर नहीं आता। रिचर्ड्स ने कहा, मैंने डॉन को खेलते नहीं देखा, लेकिन जितने बल्लेबाजों को मैंने देखा है, उनमें सचिन तेंदुलकर से बेहतर कोई नहीं है। उन्होंने कहा, यदि सचिन से बेहतर कोई बल्लेबाज है, तो शायद वह अभी तक नहीं आया है। रिचर्ड्स ने तेंदुलकर को ब्रायन लारा, रिकी पोंटिंग, जैक कैलिस और अपने दौर के सुनील गावस्कर तथा जावेद मियांदाद से भी बेहतर बताया। ब्रैडमेन ने अपने 20 साल के करियर में 52 टेस्ट में 29 शतक जमाए थे। तेंदुलकर 22 साल के करियर में अब तक 99 अंतरराष्ट्रीय शतक बना चुके हैं। रिचर्ड्स ने कहा, तेंदुलकर की सबसे बड़ी खूबी यह है कि उसने दर्द, नाकामी, थकान और चोट से उबरकर करियर का सर्कल पूरा किया है। इसके बावजूद वह लगातार अच्छा खेल रहा है। वह संपूर्ण पैकेज है और सबसे ज्यादा सम्मानित क्रिकेटर भी। उन्होंने वेस्टइंडीज दौरे से बाहर रहने के तेंदुलकर के फैसले का भी बचाव किया।रिचर्ड्स ने कहा, तेंदुलकर 37 बरस का है। वह अब पहले की तरह युवा नहीं है, लिहाजा उसके फैसले का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा, उसे बखूबी पता है कि उसके लिए क्या ठीक है। उन्होंने यह भी कहा कि तेंदुलकर की मौजूदगी कैरेबियाई दौरे पर युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत होती। रिचर्ड्स ने कहा, युवाओं के लिए उसे खेलते देखना यादगार अनुभव होता। वह पारी की तैयारी कैसे करता है, कैसे उसे बढ़ाता है, हालात के अनुकूल खुद को कैसे ढालता है। यह बेहतरीन अनुभव होता। उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट समुदाय से मिलने वाले प्यार से वह अभिभूत हैं। उन्होंने कहा, एक बार फ्लाइट में गौतम गंभीर मेरे साथ था। मैं बल्लेबाजी की बारीकियां जानने की उसकी उत्सुकता देखकर हैरान रह गया। यह जुनून ही उसके जैसे खिलाड़ियों को दूसरों से अलग करता है।


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