यह ख़बर 01 अप्रैल, 2011 को प्रकाशित हुई थी

धोनी ने चेताया, अभी बहुत कुछ बाकी है

खास बातें

  • विश्वकप फाइनल से पहले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने श्रीलंकाई टीम को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी नहीं किया है।
मुंबई:

विश्वकप फाइनल से पहले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने श्रीलंकाई टीम को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी नहीं किया है और अभी बहुत कुछ बाकी है। उन्होंने कहा कि टीम अनुभवी स्पिनर मुथया मुरलीधरन का सामना करने को तैयार है। धोनी ने संकेत दिया कि तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को घायल आशीष नेहरा की जगह कल फाइनल में उतारा जा सकता है। श्रीलंका को चेताते हुए उन्होंने कहा, अभी बहुत कुछ बाकी है। हमने टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है और कम रन बनाने के बावजूद एक मैच जीता जबकि कुछ विकेट शेष रहते दूसरा मैच जीता। यदि हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके तो यह दिलचस्प मैच होगा। उन्होंने कहा, हम टूर्नामेंट जीत के साथ खत्म करना चाहते हैं। यह हम सभी के लिये बड़ा मुकाबला है। नतीजा चाहे जो हो, मुझे अपनी टीम पर गर्व है। तेज गेंदबाज आशीष नेहरा उंगली में फ्रेक्चर के कारण कल नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में तेज गेंदबाज एस श्रीसंत और आफ स्पिनर आर अश्विन के बीच में से चयन होना है। धोनी ने कहा, आशीष की उंगली में मल्टीपल फ्रेक्चर है लिहाजा वह नहीं खेल पाएगा। धोनी ने कहा, मुंबई की विकेट पर तेज गेंदबाजों को शुरूआत में उछाल और गति मिलती है और बाद में रिवर्स स्विंग भी। ऐसे में तीसरा तेज गेंदबाज उपयोगी साबित हो सकता है। उन्होंने कहा, यदि मैं स्पिनर को चुनता हूं तो अनियमित धीमे गेंदबाजों के रहते हुए टीम में अधिक बदलाव की गुंजाइश नहीं रहती। वैसे अश्विन को जो भी मौका मिला, उसने अच्छा प्रदर्शन किया। हमें उस पर भरोसा है लेकिन अभी यह तय नहीं हुआ है कि कल तीन तेज गेंदबाज खेलेंगे या एक अतिरिक्त स्पिनर। श्रीसंत ने 19 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच के बाद से कोई मैच नहीं खेला है। ऐसे में लंबे ब्रेक के बाद लय कैसे हासिल करेंगे, यह पूछने पर धोनी ने कहा कि यदि फाइनल को एक सामान्य मैच की तरह ही माना जाये तो कोई मुश्किल नहीं होगी। धोनी ने कहा, इसे फाइनल नहीं बल्कि एक आम मैच की तरह देखा जाए। श्रीसंत ने अधिकांश मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है। उसे स्विंग भी मिलती है और शुरूआती विकेट भी। एक खिलाड़ी को दूसरे पर तरजीह देना मुश्किल होता है लेकिन उम्मीद करते हैं कि जिसे भी चुना जायेगा, वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा, हम उसे अधिक मौके नहीं दे सके। पहले मैच में भी उसने खराब गेंदबाजी नहीं की। उसके बाद हमने दूसरों को मौके दिए। यह देखना होता है कि हालात किसके अनुकूल हैं। मैदान पर श्रीसंत के तेवरों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, श्रीसंत को सिर्फ श्रीसंत ही काबू में रख सकता है। यह मेरे बस की बात नहीं। वह बड़े मैचों में काफी रोमांचित हो जाता है।  धोनी ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल के बाद टीम थकी हुई है लेकिन उन्होंने कहा कि फाइनल और सेमीफाइनल में अधिक अंतर नहीं होने की उन्हें खुशी है। धोनी ने कहा, यह बड़ा मैच था। भारत और पाकिस्तान के मुकाबले बड़े ही होते हैं क्योंकि इसमें टीमों पर काफी दबाव होता है। हम सेमीफाइनल के बाद थक जरूर गए हैं लेकिन अगले दो दिन का पूरा उपयोग किया है। उम्मीद है कि फाइनल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकेंगे। उन्होंने कहा, अच्छी बात यह है कि फाइनल और सेमीफाइनल के बीच अधिक अंतर नहीं है। कल हम यात्रा कर रहे थे और आज हमने अभ्यास किया। हम फाइनल के लिये तैयार हैं। भारतीय सरजमीं पर अगली बार पता नहीं विश्व कप में खेलने का मौका कब मिलेगा लिहाजा हम अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं।


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