रेलमंत्री सुरेश प्रभु (फाइल चित्र)
मुंबई: भारतीय रेलवे से जाने वाले लोगों के लिए ट्विटर एक वरदान बनकर आया है। बीते कुछ समय से रेलमंत्री सुरेश प्रभु के पास कई यात्री ट्रेन में बैठे बैठे अपनी समस्या बयान कर देते हैं जिसका कई बार समाधान भी हुआ है। ऐसा ही कुछ हुआ जब महाराष्ट्र के दंपत्ति की 15 साल की बेटी अपने क्लासमेट के साथ भाग गई।
29 जनवरी को देर रात संगीता प्रसाद नारे ने @RailMinIndia और @sureshpprabhu को ट्वीट किया जिसमें लिखा था कि 'एक लड़की अपनी 10वीं क्लास के दोस्त के साथ गीतांजलि एक्सप्रेस से भाग गई है। ट्रेन अभी भुसावल स्टेशन से गुज़री है।' ट्वीट के साथ संगीता ने अपनी बेटी की एक तस्वीर और कुछ और जानकारियां भी साझा की थी। रेल मंत्रालय ने तुरंत ही ट्वीट का जवाब दिया और कार्रवाई में लग गई। अगले दिन नारे को अपनी बेटी मिल गई थी।
पहले भी मिली राहत
इसके बाद सेंट्रल रेलवे के मुख्य पीआरओ, मुंबई ने ट्वीट में लिखा - @sureshprabhu को किए गए एक ट्वीट ने एक परेशान पिता को राहत दी और दो मासूम बच्चे गलत हाथों में पड़ने से बच गए। ट्विटर के ज़रिए इससे पहले भी रेल मंत्रालय यात्रियों की मदद करता आ रहा है। इससे पहले प्रभु को एक महिला ने ट्वीट करके एक यात्री की शिकायत की थी जो उसे परेशान कर रहा था। इस मामले में तुरंत कार्रवाई की गई थी। एक और मामले में एक आदमी ने अपने बीमार पिता के लिए व्हील चेयर की मांग की थी जिसे तुरंत मुहैया करवाया गया था।