मुंबई: शनिवार 23 मई की शाम मुंबई एयरपोर्ट पर देखे गए पैराशूट अब भी पहेली बने हुए हैं। मुंबई पुलिस के अलावा, आईबी सहित दूसरी सुरक्षा एजेंसियां भी तलास में जुटी हैं, लेकिन अब कोई सफलता मिलती नहीं दिख रही है।
ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आशमान में उड़ते हुए देखे गए पांच पैराशूट आखिर कहां गायब हो गए। एयरपोर्ट की सुरक्षा और संचालन के लिए जिम्मेदार सीआईएसएफ, एटीसी, डीजीए, बीसीएएस और एअरफोर्स क्या कर रही थी?
खबर के मुताबिक सबसे पहसे जेट एयरवेज के पायलट ने पैराशूट देखे थे। तुरंत उन्होंने एटीसी को सूचित किया गया, चूंकि पैराशूट उडान में बाधा बन सकते थे इसलिए कुछ देर के लिये उडाने रोक दी गई थी।
एटीसी में उस वक्त मौजूद कर्मी जिसने दूरबीन से खूद भी पैराशूट देखे थे, उसके बयान के मुताबिक सभी पैराशूट हवाई अड्डे के गेट नंबर 8 की तरफ से उड़ते हुए टर्मिनल 2 की तरफ जाते हुए दिखे थे और वो सभी मानवरहित थे।
इलाके के डीसीपी विरेंद्र मिश्र ने अभी इसे सुरक्षा मे चूक मानने से इनकार किया है। लेकिन ये जरूर माना है कि आगे इस तरह की घटना ना हो, इसके लिए पुलिस खुद होकर मामले की जांच में जुटी है और इसके लिए एयरपोर्ट की सुरक्षा और संचालन के लिए जिम्मेदार, सीआईएसएफ, एटीसी, डीजीसीए और बीसीएस जैसी सभी एजेंसियो से बातचीत चलरही है।
हालांकि कुछ पुलिस अफसर इसे आकाश कंदिल बता रहे हैं जो साप्ताहांत मे समंदर किनारे से छोड़े जाते हैं। उनका मानना है कि हो सकता है हवा के साथ उड़ते हुए पैराशूट की शक्ल में वो कंदील एअरपोर्ट की तरफ आ गए होंगे। लेकिन चश्मदीदों की माने तो पैराशूट हवा के उलटी दिशा में उड़ रहे थे। ऐसा तभी हो सकता है जब वह रिमोट से संचालित हो और अगर ऐसा था तो ये बहुत ही गंभीर मामला है और सुरक्षा में बड़ी चूक है।