India | Reported by: अरविंद गुणशेखर, श्रीनिवासन जैन, Translated by: आनंद नायक |मंगलवार नवम्बर 9, 2021 05:25 PM IST NDTV को कुछ और ऐसे दस्तावेज मिले है जो बताते हैं कि वर्ष 2019 में, भारत की ओर से राफेल डील पर साइन किए जाने के तीन साल बाद, सीबीआई सहित केंद्रीय एजेंसियों को दसॉ की ओर से दी गई संभावित रिश्वत को लेकर अलर्ट किया गया था लेकिन ये (जांच एजेंसियां) इन आरोपों पर पर कार्रवाई करने में नाकाम रहीं. इस तरह के आरोप भारतीय कानून के अनुसार, दसॉ कंपनी को blacklist किया जा सकता था.