Blogs | Ravish Kumar |मंगलवार जून 7, 2016 01:19 PM IST हमारे देश में किस तरह के फिल्म सेंसर बोर्ड प्रमुख की ज़रूरत है, कविता लिखकर बता रहे हैं रवीश कुमार... "जो बनी हुई फ़िल्मों से कांट-छांटकर, फिर से एक नई फ़िल्म बना दे... नाम काटे, सीन काटे, काटे कुल तड़खाजा... ऐसी-ऐसी फ़िल्म बना दे, भागे फ़रहा और फ़रहान खोल के दरवाज़ा..."