Literature | Written by: कुसुम लता |बुधवार फ़रवरी 8, 2017 08:06 PM IST ‘तिनका-तिनका डासना’ सिर्फ एक किताब नहीं, भारत की दूसरी सबसे चर्चित जेल डासना की ज़िंदगी की लाइव रिपोर्टिंग है. यह इस मायने में अनूठी कही जानी चाहिए कि हम अक्सर ही जेलों के बारे में कहासुनी या कानाफूसी तक सीमित रहते हैं. एक समाज के रूप में हम कैदियों को लेकर कितने चिंतित रहते हैं, इस बारे में इससे ही समझा जा सकता है कि यह न तो समाज और न ही मीडिया में कभी बहस या चर्चा का विषय रहा है. गाहे-बगाहे ही हम जेल के जीवन, उसके सरोकार के बारे में संवाद करते हैं.