Zara Hatke | Edited by: Bhasha |मंगलवार फ़रवरी 16, 2016 09:02 AM IST इतिहास की किताबों में बताया जाता है कि बापू को महात्मा का खिताब गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने दिया था, लेकिन गुजरात सरकार का मत इससे अलग है। उसका कहना है कि दरअसल सौराष्ट्र के एक ‘अज्ञात पत्रकार’ ने उन्हें यह खिताब दिया था। अब यह मामला गुजरात हाईकोर्ट के विचारार्थ है।