India | गुरुवार जुलाई 9, 2015 10:12 PM IST मौत की सजा को समाप्त करने की वकालत करते हुए एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा कि राष्ट्रपति के तौर पर, उन्होंने इस तरह के मामलों में फैसला करने में दर्द महसूस किया क्योंकि ऐसे ज्यादातर मामलों में 'सामाजिक एवं आर्थिक भेदभाव' था।