India | गुरुवार जुलाई 30, 2015 02:36 PM IST हर कोई उनके आखिरी दर्शन कर लेना चाहता था। कोई बस से पहुंचा था, कोई समुद्री बोट से और कोई ट्रेन से यहां पहुंचा हुआ था। हरेक की बस एक ही इच्छा थी कि पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को आखिरी विदाई दे दी जाए।