Zara Hatke | Written by: बिक्रम कुमार सिंह |गुरुवार अगस्त 18, 2022 07:44 PM IST 1943 में जब मेजर जनरल शाहनवाज खान, सुभाषचंद्र बोस के संपर्क में आए और उनसे प्रभावित होकर बाद में आजाद हिंद फौज में भर्ती हो गए. शाहनवाज़ खान के साथ कई और क्रांतिकारी नताजी की आर्मी में आ गए. सबने मिलकर अंग्रेज़ों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. इस कारण उनपर राजद्रोह का मुकदमा भी दर्ज हुआ, मगर मेजर रुके नहीं.