India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |गुरुवार फ़रवरी 21, 2019 12:39 PM IST लेख में कहा गया है, 'सैनिकों की शहादत और आतंकवादी हमले चुनाव जीतने का हथकंडा बन चुके हैं. इस तरह देश दुश्मनों का सामना कैसे करेगा. पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिये सिर्फ बयानबाजी हो रही है. पहले आप जवाब दें और फिर बोलें. हम पठानकोट, उरी और अब पुलवामा हमले के बाद से ही चेतावनी दे रहे हैं.' शिवसेना ने कहा, 'हमले को लेकर डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस और ईरान ने जो कहा है उसी को लेकर हम अपनी पीठ थपथपा रहे हैं.ट