India | Written by: सचिन झा शेखर |मंगलवार अगस्त 4, 2020 09:15 AM IST 1980 में उन्हें विहिप में जिम्मेदारी देते हुए इसका संयुक्त महासचिव बनाया गया. 1984 में ही उन्होंने दिल्ली के विज्ञान भवन में 7 और 8 अप्रैल को एक धर्म संसद का आयोजन किया था. जिसमें देश भर से लगभग 50 हजार कारसेवक ने हिस्सा लिया था. इसी धर्म संसद में राम जन्मभूमि आंदोलन की रणनीति तय की गई थी. विश्व हिंदू परिषद में आने के बाद उन्होंने धर्म जागरण, सेवा, संस्कृत, परावर्तन, गोरक्षा जैसे कई मोर्चों पर काम करने की शुरुआत की और VHP के संगठन को गांव-गांव तक पहुंचा दिया.