Blogs | प्रियदर्शन |शुक्रवार फ़रवरी 19, 2021 07:03 PM IST हिंदुस्तान के नेताओं को भी याद रखना चाहिए कि वे सब कुछ बदल डालेंगे, तब भी स्मृतियां बची रहेंगी- वे बची रहती हैं, वे उन पर कहानियां, फिल्में और चुटकुले बनाती रहेंगी.हिंदुस्तान में बीते दो साल में 6,600 से ज़्यादा लोग देशद्रोह के आरोप में जेल में डाल दिए गए. यह चुटकुला नहीं है, तथ्य है, लेकिन किसी चुटकुले से कम नहीं है. इसके पहले जिन लोगों पर देशद्रोह के मुक़दमे चले, उनमें से 2 फ़ीसदी पर ही आरोप तय हो पाए