India | Written by: ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार जनवरी 25, 2017 09:11 PM IST 68वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रणब मुखर्जी ने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि भारत का बहुलवाद और उसकी सामाजिक, सांस्कृतिक, भाषायी और धार्मिक अनेकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है. हमारी परंपरा ने सदैव 'असहिष्णु' भारतीय की नहीं, बल्कि 'तर्कवादी' भारतीय की सराहना की है.