India | Reported by: विष्णु सोम, Translated by: आनंद नायक |मंगलवार फ़रवरी 9, 2021 09:58 PM IST इसी तरह के बदलाव हिमस्खलन की उत्पत्ति के स्थान से कुछ किलोमीटर दूर भी देखे जा सकता है. यह क्षेत्र बर्फ से ढंका हुआ था लेकिन हिमस्खलन के बाद इसके असर को साफ तौर पर देखा जा सकता है. त्रासदी के दिन बर्फ का बड़ा हिस्सा गायब हो गया था. पूरे तरह से तबाह हुए तपोवल हाइडल प्लांट के नजदीक की नदी का पानी 6 फरवरी को हरे रंग का था लेकिन 8 फरवरी को यह ब्राउन कलर के कीचड़ से भर गया था.