Blogs | Ravish Kumar |बुधवार जनवरी 13, 2016 05:59 PM IST सोशल मीडिया के कारण सब एक दूसरे के आदरणीय वैचारिक महापुरुषों की जयंतियां मनाने लगे हैं। ट्वीट करने में क्या जाता है, सो कर देते हैं। वैसे, उनके आदर्शों पर आज की राजनीति किस तरह चल रही है, बताने की ज़रूरत नहीं, लेकिन हर दिन की यह होड़ पका देने वाली हो गई है।