Blogs | मंगलवार मई 26, 2015 08:23 AM IST कोई घोटाला न होना कोई उपलब्धि नहीं है, यह एक नैतिक और कानूनी बाध्यता है। यह महान देश तब खुशहाल होगा, जब गांधी का ताबीज़ हमारी सरकारी नीतियों का मार्गदर्शन करेगा - कि खाते-पीते लोगों के मुक़ाबले गरीब से गरीब और हाशिये पर पड़े नागरिक के हितों का खयाल रखना ज़रूरी है।