World | Edited by: वर्तिका |बुधवार जुलाई 13, 2022 06:11 PM IST साल 2009 में गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) ने अपने भाई महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) की सरकार में क्रूर सैन्य अभियान की अगुवाई की थी जिसमें तमिल अलगाववादी विद्रोहियों को उन्होंने दशकों चले गृह युद्ध के बाद कुचल दिया था. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस संर्घष में
करीब 40,000 श्रीलंकाई नागरिक मारे गए. श्रीलंकाई सेना ने इन्हें कथित नो-फायर ज़ोन में ले जाकर बम से उड़ा दिया था.