Blogs | Dr Vijay Agrawal |सोमवार जनवरी 25, 2016 11:40 AM IST जैसा इसके नाम से ही आभास मिलता है, यह स्टार्ट अप तीन के इर्द-गिर्द ही घूमता रहेगा - भारत के बड़े शहर, पढ़ा-लिखा तकनीकी एवं प्रबंधकीय वर्ग तथा सालाना आय... ये तीनों भारत की उस ज़रूरत और संस्कृति से मेल नहीं खाते, जिसकी चर्चा डैनियल आइज़नबर्ग ने की थी।