India | शनिवार फ़रवरी 9, 2013 09:29 PM IST केरल उच्च न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश ने सूर्यनेल्ली सामूहिक बलात्कार मामले में यह कहकर 35 आरोपियों को बरी करने के अपने फैसले का बचाव करके विवाद शुरू कर दिया कि पीड़िता का बाल वेश्यावृत्ति में इस्तेमाल किया गया था और उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ था।