Blogs | Dayashankar Mishra |शुक्रवार अप्रैल 8, 2016 06:17 PM IST 'लाल लकीर'। इसे पूरा करने और इसके बारे में लिखने के बीच खासा अंतर है। इसकी वजह बस इतनी है कि लेखक ने बस्तर के बहाने देश के बड़े हिस्से की पीड़ा का जिक्र कागज के पन्नों पर जाहिर किया है, वह पूरी कहानी आपके दिमाग में उतारने के साथ उतना ही गहरा ‘शॉक’ भी देता है।