प्रकाशित: सितम्बर 05, 2015 09:54 AM IST | अवधि: 4:04
Share
बगैर अच्छे कोच के किसी भी खिलाड़ी का चमकना मुमकिन नहीं माना जाता। शिक्षक दिवस पर हमारे संवाददाता विमल मोहन ने दो नामचीन गुरु-चेले - पहलवान सुशील कुमार और उनके कोच सतपाल से इसकी ज़रूरतों और अहमियत के बारे में बातचीत की।