प्रकाशित: दिसम्बर 09, 2014 10:30 PM IST | अवधि: 15:58
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उबर जैसी ऐप्स के ज़रिए चलने वाली टैक्सी सर्विस पर प्रतिबंध के फैसले के बाद उन हजारों टैक्सी ड्राइवरों की रोजीरोटी खतरे में पड़ गई है, जो इस काम से जुड़े हैं। उनकी दलील है कि एक ड्राइवर की गलती की सज़ा सबको देना ठीक नहीं है।