जब दो सेकुलर दल आपस में लड़ते हुए अपना मकसद सांप्रदायिकता से लड़ना बताएं तो समझिए कि चुनाव आ गया है। सेकुलरिज्म भारतीय राजनीति का वह बुनियादी तत्व है, जिसे सियासी दलों ने फुटबॉल बना दिया है।
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