बाघों की बढ़ती संख्या से संवर गईं इंसानी जिंदगियां
प्रकाशित: अगस्त 21, 2014 10:00 AM IST | अवधि: 2:33
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टाडोबा अंधेरी टाइगर रिजर्व में गाइड का काम कर रहे लोगों के लिए ये मजाक के पात्र से आदर्श बनने तक का सफर है। बाघों की बढ़ती संख्या से इनकी जिंदगी भी बदल गई है। बाघ न सिर्फ बढ़ते जंगल का प्रतीक है, बल्कि यह इसे बचाने वालों की जिंदगी भी बेहतर बना रहा है।