प्रकाशित: सितम्बर 28, 2015 09:09 PM IST | अवधि: 2:21
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बिहार में भले ही प्रमुख दल ये दावा कर रहे हों कि चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा, लेकिन लग रहा है कि इस बार भी विधानसभा चुनाव में जाति और जातिगत समीकरण के मुद्दे ही छाए रहेंगे और अहम भूमिका भी निभाएंगे।