प्रकाशित: अप्रैल 22, 2015 10:57 PM IST | अवधि: 2:13
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हमने आपको दिखाया था कि नालगोंडा में कैसे मासूम बच्चियां बेची जा रही हैं। आखिरकार अगले दिन रजिता से हमारी सहयोगी उमा सुधीर की बात हुई। उसने बताया कि गरीबी और मजबूरी ने कैसे उसकी एक बच्ची को उससे दूर कर दिया है। देखें एक शानदार रिपोर्ट...