प्रकाशित: अप्रैल 28, 2016 09:00 PM IST | अवधि: 41:48
Share
यह सवाल वाजिब भी है कि क्या कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बिना या यूपीए सरकार के शीर्ष मंत्रियों के बिना यह डील हो सकती थी। रिश्वत दी गई है तो किसी के इशारे पर ही दी गई होगी, ली गई होगी। यह बात तभी सामने आएगी जब इसकी पुख्ता जांच होगी। वो भी समय से।