प्रकाशित: फ़रवरी 01, 2017 08:14 PM IST | अवधि: 2:00
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नोटबंदी की सबसे ज्यादा मार छोटे व्यापारियों ने झेली थी, इसलिए उन्हें सरकार के बजट से उम्मीदें भी ज्यादा थीं. सरकार से उन्हें कॉर्पोरेट टैक्स में राहत तो मिली पर बैंकों से मिलने वाले लोन की ब्याज दर कम न होने से थोड़ी मायूसी भी रही.