कुल सीटें- 11
चुनाव क्षेत्र | अग्रणी प्रत्याशी | पार्टी | स्थिति |
---|---|---|---|
बस्तर | दीपक बैज | कांग्रेस | जीते |
बिलासपुर | अरुण साव | बीजेपी | जीते |
दुर्ग | विजय बघेल | बीजेपी | जीते |
जांजगीर-चम्पा | गुहाराम अजगले | बीजेपी | जीते |
कांकेर | मोहन मांडवी | बीजेपी | जीते |
कोरबा | ज्योत्सना चरणदास महंत | कांग्रेस | जीते |
महासमुंद | चुन्नी लाल साहू | बीजेपी | जीते |
रायगढ़ | गोमती साईं | बीजेपी | जीते |
रायपुर | सुनील कुमार सोनी | बीजेपी | जीते |
राजनंदगांव | संतोष पांडे | बीजेपी | जीते |
सरगुजा | रेणुका सिंह सरूता | बीजेपी | जीते |
साल 2000 में मध्यप्रदेश से अलग होने के बाद छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Lok Sabha election Results 2019) एक नए राज्य के रूप में उभरा. चुनावी जंग की बात की जाए तो इस राज्य में कई क्षेत्रीय दल हैं, लेकिन शुरू से यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच रहा है. दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 के लिए इस राज्य में समीकरण अलग कहानी बयां कर रहे हैं.15 सालों से सत्ता पर काबिज बीजेपी को 2018 के विधानसभा चुनाव में हार झेलनी पड़ी. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh elections 2019) की बात की जाए तो यह राज्य पहले मध्यप्रदेश का हिस्सा था, जहां 36 गढ़ थे. बता दें कि छत्तीसगढ़ शुरू से ही विभिन्न संस्कृतियों का केंद्र रहा है. यहां पर वैष्णव, शैव, शाक्त, बौद्ध संस्कृतियों का विभिन्न कालों में प्रभाव रहा है, प्राचीन मंदिरों के अवशेष इस बात की गवाही देते नजर आते हैं. यह राज्य खनिज संपदाओं से भरा हुआ है. अब देखना होगा कि छत्तीसगढ़ चुनाव 2019 में कौन सी पार्टी सबसे ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करती है.
बिजली और इस्पात के लिहाज से बहुत समृद्धशाली राज्य है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में कुल स्टील उत्पादन का यहां पर 15 प्रतिशत उत्पादन होता है. तेजी से विकसित होने वाले राज्यों में गिनती होती है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां की कुल 11 में 10 सीटें जीतने में सफलता हासिल की थी. मगर हालिया विधानसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित हार के चलते बीजेपी खेमे में बेचैनी है. शायद यही कारण है कि बीजेपी ने इस बार 10 में से अपने नौ सिटिंग सांसदों के भी टिकट काट दिए हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ दुर्ग लोकसभा सीट ही जीतने में सफल हुई थी. यह सीट कांग्रेस नेता ताम्रध्वज साहू ने जीती थी.
राज्य की जनसंख्या करीब ,55,45,198 है. सूबे का क्षेत्रफल 1,35192 वर्ग किमी है. कुल 27 जिले हैं. राजभा के रूप में छत्तीसगढ़ी को मान्यता मिली हुई है. राज्य में विधानसभा की 90 सीटें हैं तो राज्यसभा की पांच सीटें हैं. वहीं लोकसभा की 11 सीटें हैं. राज्य में हाईकोर्ट के रूप में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय है. जब छत्तीसगढ़ बना था तो शुरुआत में 16 जिले थे, बाद में दो और जिले नारायणपुर और बीजापुर जोड़े गए. 15 अगस्त 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नौ और जिलों की घोषणा की. इस प्रकार अब 27 जिले हैं.छत्तीसगढ़ में अब तक तीन मुख्यमंत्री हुए हैं. प्रथम मुख्यमंत्री अजित जोगी थे, जो एक नवंबर 2000 से सात दिसंबर 2003 तक मुख्यमंत्री रहे. राज्य में पहली बार बनी कांग्रेस की सरकार का कार्यकाल तीन वर्ष 36 दिन था. इसके बाद बीजेपी सत्ता में आई. तब सात दिसंबर 2003 से लेकर 11 दिसंबर 2018 तक डॉ. रमन सिंह कुल 15 वर्ष 10 दिन तक मुख्यमंत्री रहे. हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने पर भूपेश बघेल 17 दिसंबर 2018 को मुख्यमंत्री हुए. एक नवंबर 2000 को अटल विहारी वाजपेयी की तत्कालीन केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के गठन को मंजूरी दी थी.
एक नजर में छत्तीसगढ़
जिले- कवर्धा जिला, कांकेर (उत्तर बस्तर), कोरबा जिला, कोरिया जिला, जशपुर जिला, जांजगीर-चम्पा जिला, दन्तेवाड़ा जिला (दक्षिण बस्तर), दुर्ग जिला, धमतरी जिला, बिलासपुर जिला, बस्तर जिला, महासमुन्द जिला, राजनांदगांव जिला, रायगढ जिला, रायपुर जिला, सरगुजा जिला, नारायणपुर जिला, बीजापुर, बेमेतरा, बालोद जिला, बलोदाबाज़ार, बलरामपुर, गरियाबंद, सूरजपुर, कोंडागांव जिला, मुंगेली, सुकमा
लोकसभा सीटें- कोरबा, कांकेर, जांजगीर-चंपा, दुर्ग लोकसभा, बस्तर, बिलासपुर, महासमुन्द, राजनन्दगांव, रायगढ़, रायपुर, सरगुजा लोकसभा क्षेत्र.
कब होगा मतदान: राज्य की कुल 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल और 23 अप्रैल को मतदान होगा.
मतदाता- राज्य में कुल 1,89,16,285 मतदाता हैं, जिनमें 94,77,113 पुरूष और 94,38,463 महिला मतदाता हैं। इनमें से तृतीय लिंग के 709 मतदाता हैं।
क्षेत्रीय दल- गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोगंपा), छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा (छमुमो) और छत्तीसगढ़ समाज पार्टी (छसपा)
कुल सीटें- 11
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