कांग्रेस
बीजेपी
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की सबसे अहम सीटों में शुमार की जाने वाली अमेठी लोकसभा सीट (Amethi Lok Sabha Election Results 2019) पर सन् 2014 के चुनाव में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जीत दर्ज की थी. उन्हें 4,08,651 वोट मिले थे, जबकि BJP उम्मीदवार स्मृति ईरानी 3,00,748 वोट लेकर दूसरे नंबर पर रही थीं.
अमेठी लोकसभा सीट सन् 1967 में अस्तित्व में आई थी. सन् 1967-77 तक यह सीट कांग्रेस के हाथ में रही थी. उसके बाद सन् 1977-80 तक यहां जनता पार्टी जीती थी. इसके बाद सन् 1980-98 के बीच इस सीट पर फिर कांग्रेस का परचम लहराता रहा. सन् 1998 में BJP ने पहली बार इस सीट पर खाता खोला था, लेकिन इसके बाद 1999 से ही यहां फिर कांग्रेस का प्रभुत्व कायम है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी यहां से तीन बार सांसद चुने जा चुके हैं. उन्होंने सन् 2004 में पहली बार यहां से चुनाव जीता था. उनसे पहले इस सीट से उनकी मां सोनिया गांधी सांसद थीं.
उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट परम्परागत रूप से कांग्रेस, और विशेषकर गांधी परिवार का गढ़ मानी जाती रही है, और अब तक कुल मिलाकर हुए 15 चुनावों में 13 बार कांग्रेस प्रत्याशी ही यहां से जीते हैं. इस सीट पर पहली बार 1967 में चुनाव हुआ था, जब कांग्रेस के विद्याधर बाजपेयी ने जीत हासिल की थी, और वही 1971 में भी जीते. एमरजेंसी के बाद 1977 में हुए अगले चुनाव में जनता पार्टी के रवींद्र प्रताप सिंह ने इस सीट पर कब्ज़ा कर लिया, लेकिन 1980 में इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी को यहां से लड़ाया गया, और वह जीते. उनके निधन के बाद उनके बड़े भाई राजीव गांधी को इस सीट पर उपचुनाव लड़वाया गया, और 1991 में अपने निधन तक वह चार बार इस सीट से सांसद रहे.
राजीव के निधन के बाद गांधी परिवार के करीबी सतीश शर्मा इस सीट पर दो बार चुनाव जीते, लेकिन 1998 में BJP के संजय सिंह ने इस सीट पर कब्ज़ा कर लिया. हालांकि यह कब्ज़ा लम्बा नहीं चला, और अगले ही साल दिवंगत राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी ने इस सीट से चुनाव लड़ा, और जीत गईं. उसके बाद वर्ष 2004 में राजीव और सोनिया के पुत्र तथा कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी सीट से प्रत्याशी बनाया गया, और तब से लगातार वह जीतते आ रहे हैं.
वीडियो: Amethi: भाई राहुल के लिए प्रियंका का प्रचार