बीजेपी
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उत्तर प्रदेश की इटावा लोकसभा सीट (Etawah Lok Sabha Election Results 2019) 2014 में BJP के अशोक कुमार दोहारे ने सीट हासिल की थी. उन्हें 4,39,646 वोट मिले थे. वहीं SP के प्रेमदास कठेरिया 2,66,700 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे. अशोक कुमार दोहरे सोलहवीं लोकसभा में श्रम संगठनों की स्थायी समिति के सदस्य हैं.
इटावा संसदीय सीट के अंतर्गत कुल पांच विधानसभा सीटें आती हैं, जिनके नाम इटावा, भरथना, दिबियापुर, औरैया और सिकंदरा हैं. इनमें भरथना अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां की पांचों सीटों पर BJP ने जीत का परचम लहराया था.
इटावा का इतिहास देखें, तो सन् 1957 में हुए लोकसभा चुनाव में सोशलिस्ट पार्टी के अर्जुन सिंह भदौरिया यहां के पहले सांसद चुने गए थे, उस वक्त यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी. लेकिन सन् 1967 में परिसीमन के बाद यह सीट सामान्य हो गई. सन् 1971 में यहां कांग्रेस का परचम लहराया था. सन् 1977 में अर्जुन सिंह ने राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर यहां से जीत दर्ज की थी. सन् 1998 में BJP की सुखदा मिश्रा ने यहां से जीत दर्ज कर पार्टी का खाता खोला था. सन् 1998 से 2009 तक इस सीट पर SP का कब्जा रहा, जिसमे रघुराज शकाय दो बार और प्रेमदास कठेरिया एक बार सांसद रहे.