यह ख़बर 05 जनवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

चहुंओर घिरी बीजेपी ने कहा, नहीं हटेंगे कुशवाहा

खास बातें

  • आरएसएस की नाराज़गी के बावजूद बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि बाबू सिंह कुशवाहा को पार्टी से नहीं निकाला जाएगा।
नई दिल्ली:

बाबू सिंह कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने के बाद बीजेपी चारों तरफ़ से घिर गई है। पार्टी के अंदर से विरोध हो रहा है। विरोधी दल निशाना साध रहे हैं और अब आरएसएस ने भी नाराज़गी जताई है लेकिन बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि कुशवाहा को पार्टी से नहीं निकाला जाएगा।

बीजेपी को यह डर है कि अगर कुशवाहा को निकाला गया तो जो इस जाति के 9 फीसदी वोट हैं वो पूरी तरह कट जाएंगे। बीजेपी सूत्रों का यह भी कहना है कि बाबू सिंह कुशवाहा पर हत्या जैसे गंभीर आरोप नहीं हैं। वहीं सूत्रों का कहना है कि पार्टी मानती है कि पैसों की डील में शामिल होने के जो आरोप हैं वे बेबुनियाद हैं।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी ने इस सिलसिले में नितिन गडकरी से भी बात की।

इसके अलावा भाजपा की सबसे करीबी सहयोगी जेडीयू ने भी इसे गलत बताया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे एक गलत सिलसिले की शुरुआत बताया है।

एक तरफ तो बीजेपी पार्टी में दागी छवि वाले लोगों को शामिल कर रही है और दूसरी तरफ आरएसएस के मुखपत्र में लोगों से यह कहा जा रहा है कि वो चुनाव में अपराधियों को न चुनें। संघ के मुखपत्र पांचजन्य में एक लेख है जिसमें लोगों से अपील की गई है कि वो भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को न चुने।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

लेख में कहा गया है कि देश की राजनीति में आज साफ छवि के नेताओं की भारी कमी है और इसे दूर करने के लिए लोगों को काफी सोच समझ कर अपना वोट देना होगा। यह भी लिखा गया है कि जिस तरह से बीजेपी सांसदों ने अपने पास काला पैसा ना होने का हलफ़नामा दिया है वैसा ही हलफ़नामा विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार भी भरें।