यह ख़बर 01 मार्च, 2012 को प्रकाशित हुई थी

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार की गहमागहमी खत्म

खास बातें

  • निर्वाचन आयोग के सूत्रों के मुताबिक सातवें तथा आखिरी चरण के चुनाव में प्रदेश के बिजनौर, मुरादाबाद, भीमनगर, रामपुर, ज्योतिबा फुले नगर, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर तथा लखीमपुर खीरी जिलों की कुल 60 विधानसभा सीटों के लिये प्रचार शाम पांच बजे सम्पन्न हो
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की 16वीं विधानसभा चुनाव के सातवें तथा अंतिम चरण के लिये प्रचार का शोर गुरुवार की शाम पांच बजे थम गया।

निर्वाचन आयोग के सूत्रों के मुताबिक सातवें तथा आखिरी चरण के चुनाव में प्रदेश के बिजनौर, मुरादाबाद, भीमनगर, रामपुर, ज्योतिबा फुले नगर, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर तथा लखीमपुर खीरी जिलों की कुल 60 विधानसभा सीटों के लिये प्रचार शाम पांच बजे सम्पन्न हो गया। इन सीटों पर आगामी तीन मार्च को मतदान होगा।

उन्होंने बताया कि इस चरण में करीब एक करोड़ 82 लाख मतदाता करीब 18 हजार मतदान केन्द्रों पर 962 प्रत्याशियों के चुनावी भाग्य का फैसला कर सकेंगे।

वर्ष 2007 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव के सातवें तथा अंतिम चरण में कुल 57 सीटों पर मतदान हुआ था, जिनमें से बसपा को 27, सपा को 17, भाजपा को नौ, राष्ट्रीय परिवर्तन दल को दो, कांग्रेस तथा अन्य को एक-एक सीट मिली थी।

इस चरण में चुनाव में मुख्यत: सपा का मुस्लिम चेहरा कहे जाने वाली पार्टी महासचिव आजम खां :रामपुर:, राज्य सरकार की मंत्री ओमवती और बसपा सांसद तथा क्षेत्रीय समन्वयक जुगुल किशोर के बेटे सौरभ सिंह :कस्ता: के चुनावी भाग्य का फैसला होगा।

सातवें तथा अंतिम चरण के चुनाव प्रचार में सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी।

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कांग्रेस के लिये मुख्य रूप से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी, पार्टी महासचिव राहुल गांधी, बसपा के लिये मुख्यमंत्री मायावती, सपा के लिये पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव, उनके सांसद पुत्र अखिलेश यादव तथा भाजपा के लिये पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, वरुण गांधी तथा मेनका गांधी ने प्रचार किया।