मुलायम सिंह यादव की फाइल तस्वीर
खास बातें
- भाई शिवपाल के लिए दूसरी बार वोट मांगने जसवंतनगर पहुंचे थे मुलायम
- मुलायम ने सपा सरकार और मुख्यमंत्री अखिलेश पर भी तंज कसा
- पार्टी के भीतर घटिया लोगों से होशियार रहें : शिवपाल
लखनऊ /जसवंतनगर: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के मन में एक बार फिर प्रधानमंत्री न बन पाने की कसक दिखाई दी. मुलायम ने सोमवार को कहा उन्हें 10 वर्ष पहले ही प्रधानमंत्री बनने का मौका मिला था, लेकिन कुछ लोगों ने नहीं बनने दिया. इटावा की जसवंतनगर विधानसभा में सोमवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुलायम ने अपना दर्द बयां किया. मुलायम दूसरी बार सपा प्रत्याशी और अपने भाई शिवपाल सिंह यादव के लिए वोट मांगने पहुंचे थे. उन्होंने कहा, 'आज मैं जो कुछ हूं, जसवंतनगर की बदौलत हूं. 10 साल पहले ही प्रधानमंत्री भी बन जाता, लेकिन कुछ लोगों ने नहीं बनने दिया. खैर कोई बात नहीं, लेकिन मेरी तरह आप लोग शिवपाल को भारी मतों से जिताएं.'
'अपनी ही सरकार है, अपना ही लड़का है'
मुलायम ने सपा सरकार और मुख्यमंत्री अखिलेश पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार से हर काम के लिए जिद करनी पड़ी और विरोध झेलना पड़ा. व्यापारियों को सुविधाएं दिलाने के लिए अपने ही मंत्रियों का विरोध झेलना पड़ा. मुलायम ने कहा, 'शिवपाल को हटा दिया तो मुख्यमंत्री से जिद करनी पड़ी. दबाव में काम करना पड़ता है, अब क्या कहें अपनी ही सरकार है और अपना ही लड़का है.'
मुलायम ने मुस्लिमों पर डोरे डालते हुए भाजपा पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश के हालात खराब हैं, महंगाई कम न होने से जनता परेशान है. नरेंद्र मोदी ने महंगाई घटाने के नाम पर वोट बटोरा, लेकिन सत्ता मिलते ही सारे वादे भूल गए. सपा संरक्षक ने कहा कि किसान-व्यापारी भाई-भाई हैं. एक पैदा करता है और एक माल बेचता है. उन्होंने कहा, 'हमने योजनाएं बनाईं, लेकिन दूसरी सरकारों ने सब बंद कर दिया, लेकिन मेरी सरकार ने इन योजनाओं को फिर शुरू कर अंजाम तक पहुंचाया.'
नेताजी के साथ यूपी ही नहीं, दिल्ली पर भी कब्जा करेंगे - शिवपाल
सभा में शिवपाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा, 'पार्टी के भीतर घटिया लोगों से होशियार रहें। थोड़ा समय लगेगा, लेकिन हम लोग नेताजी के साथ यूपी ही नहीं, दिल्ली पर भी कब्जा करेंगे.' शिवपाल ने मुख्यमंत्री द्वारा मंत्री पद से हटाए जाने पर रोष व्यक्त करते हुए कहा, 'मेरे विभाग सबसे अच्छे चले, किसी को कोई शिकायत नहीं थी. विपक्ष को भी शिकायत नहीं थी. फिर भी मुझे बेवजह हटा दिया गया.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)