केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह (फाइल फोटो)
खास बातें
- 'मैं अखिलेश और राहुल के विषय में कुछ भी ऊटपटांग नहीं बोलूंगा'
- 'मेरी उम्मीदवारी से प्रधानमंत्री के आदेश का उल्लंघन नहीं होता है'
- 2007 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें टिकट का प्रस्ताव दिया था
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को नोएडा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. पंकज सिंह 15 साल से पार्टी के लिए काम करते रहे हैं. पंकज सिंह कहते हैं कि उत्तर प्रदेश से ही दो अन्य युवा नेता अखिलेश यादव और राहुल गांधी को अपने राजनीतिक जीवन में सीधे ऊंचे पदों पर तरक्की मिल गई और आज वो अपनी-अपनी पार्टियों का नेतृत्व कर रहे हैं.
40 साल के पंकज सिंह अब चुनावी राजनीति में उतरने जा रहे हैं. बीजेपी ने उन्हें नोएडा से उम्मीदवार बनाया है और बीजेपी को अपने इस फैसले का बचाव भी करना होगा क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस अपील के बावजूद कि 'पार्टी कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्य चुनाव ना लड़ें', बीजेपी ने कई वरिष्ठ नेताओं के बेटे-बेटियों को टिकट दिया है.
पंकज सिंह ने NDTV से कहा कि उनकी उम्मीदवारी से प्रधानमंत्री के आदेश का उल्लंघन नहीं होता है. परिवारवाद के आरोपों को नकारते हुए उन्होंने कहा, 'मैं और मेरे पिता राजनीति पर बात नहीं करते. मुझे बस उनका आशीर्वाद चाहिए.' ऐसी खबरें हैं कि नोएडा के मौजूदा विधायक की जगह पंकज सिंह को टिकट दिए जाने से स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है. हालांकि पंकज का कहना है कि उन्होंने सभी से बात की है और सभी ने उनका समर्थन किया है.
पंकज सिंह ने कहा, 'आप स्कूल से निकलकर सीधे पार्टी में चले जाएं, वैसी वंशवाद की राजनीति नहीं चलेगी.' उनका निशाना अपने राजनैतिक प्रतिद्वंद्वियों समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ था, जो अपनी अपनी पार्टियों के शीर्ष परिवारों से आते हैं. इसके अलावा इस बारे में पंकज सिंह ने कुछ भी कहने से इनकार किया. उन्होंने कहा, 'मैं अखिलेश और राहुल के विषय में कुछ भी ऊटपटांग नहीं बोलूंगा, ये मेरी राजनीति नहीं है.'
2014 के लोकसभा चुनावों में भी उम्मीद की जा रही थी कि बीजेपी उन्हें टिकट देगी लेकिन उस वक्त पार्टी ने उनका चयन नहीं किया. सोमवार को ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के प्रभारी ओम माथुर ने कहा, 'पंकज सिंह ने सालों से पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की है और इसलिए वह उम्मीदवारी के लिए 200 फीसदी योग्य हैं, न कि इस वजह से उनके पिता राज्य में पार्टी के सबसे कद्दावर नेता हैं.
पंकज सिंह ने दावा किया कि 2007 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें टिकट देने का प्रस्ताव दिया था लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था क्योंकि उन्हें लगता था कि वो उस वक्त तैयार नहीं थे. पंकज दो बार पार्टी महासचिव रह चुके हैं और उत्तर प्रदेश में बीजेपी की युवा इकाई के प्रमुख भी रहे हैं.