नवजोत सिंह सिद्धू (फाइल फोटो)
खास बातें
- 'एग्जिट पोल्स पर यकीन नहीं कर सकते जिनका सैंपल साइज 20000 का हो'
- सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी को 59 सीटें जीतनी होंगी
- ज्यादातर एग्जिट पोल ने अकाली-बीजेपी सरकार के हारने की भविष्यवाणी की है
नई दिल्ली: पंजाब विधानसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस में शामिल होने वाले पूर्व क्रिकेटर व पूर्व बीजेपी नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने तमाम एग्जिट पोल को खारिज कर दिया है और कहा है कि उनकी पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच नंबर वन के लिए कांटे की टक्कर है. पंजाब में विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को आने हैं. क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू ने कहा, 'जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है, 1.5 लाख से ज्यादा मतदाताओं वाली सीटों के लिए आप उन एग्जिट पोल्स पर यकीन नहीं कर सकते जिनका सैंपल साइज 20000 का हो. उन्होंने भविष्यवाणी की कि आप को करीब 40 सीटें मिलेंगी और अकाली-बीजेपी गठबंधन को 10 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी. बाकी की सीटें कांग्रेस जीतेगी. पंजाब में विधानसभा की 117 सीटें हैं. सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 59 सीटों की जरूरत होगी.
गुरुवार को आए ज्यादातर एग्जिट पोलों ने वर्तमान अकाली-बीजेपी सरकार के बुरी तरह हारने की भविष्यवाणी की है जबकि कांग्रेस और आप के बीच कांटे की टक्कर की बात की है. आम आदमी पार्टी का पहली बार पंजाब विधानसभा चुनाव में पदार्पण हुआ है.
अकाली दल के नेता और मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने बीजेपी के साथ मिलकर राज्य में पिछले 10 सालों तक राज किया है. बादल ने भी एग्जिट पोल को गलत करार दिया है. उन्होंने कहा कि उनका गठबंधन 72 सीटें जीतेगा और राज्य में तीसरी बार भी उनकी ही सरकार बनेगी. 10 सालों तक बीजेपी में रहने वाले सिद्धू कई हफ्तों तक आम आदमी पार्टी में शामिल होने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बातचीत करते रहे. हालांकि यह बातचीत असफल हो गई. कुछ रिपोर्टों के अनुसार सिद्धू आम आदमी पार्टी की तरफ से खुद को पंजाब का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग कर रहे थे जिसकी वजह से बात आगे नहीं बढ़ सकी. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने से पहले लंबी बातचीत की थी और अंतत: पार्टी में शामिल हो गए.