कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के अगले मुख्यमंत्री होंगे (फाइल फोटो)
पंजाब में कांग्रेस पार्टी को मिली शानदार सफलता कैप्टन काफी हद तक कैप्टन अमरिंदर सिंह की कड़ी मेहनत का परिणाम मानी जा रही है. राज्य का मुख्यमंत्री पद संभालने वाले अमरिंदर ने आम आदमी पार्टी और सत्तारूढ़ अकाली दल-बीजेपी गठबंधन की चुनौती का बखूबी सामना करते हुए पार्टी को स्पष्ट बहुमत तक पहुंचाया. ज्यादा एक्जिट पोल में राज्य में सत्ता की दौड़ में 'आप' और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला बताया जा रहा था लेकिन परिणाम इसकी तुलना में काफी अलग रहे. आम आदमी पार्टी राज्य में अब तक जीत/बढ़त के आंकड़े को 30 के ऊपर नहीं पहुंच पाई है. निजी तौर पर बात करें तो 'कैप्टन' के लिए परिणाम मिले-जुले रहे. कैप्टन अमरिंदर सिंह को लांबी सीट पर पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री, प्रकाश सिंह बादल के हाथों हार कार सामना करना पड़ा. अकाली दल के प्रत्याशी प्रकाश सिंह बादल ने कैप्टन को 22 हजार से अधिक वोटों से पराजित किया. हालांकि कैप्टन पटियाला सीट से जीत हासिल करने में कामयाब रहे.
89 वर्षीय प्रकाश सिंह बादल ने अमरिंदर को 22,700 मतों से पराजित किया. अमरिंदर ने पटियाला (नगर) सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के बलबीर सिंह को 52,407 वोटों से हराया. पूर्व सैन्य प्रमुख और अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल जनरल जेजे सिंह शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर पटियाला (ग्रामीण) सीट से हार गए और उनकी जमानत जब्त हो गई. लांबी विधानसभा सीट से अमरिंदर की इस हार के बीच कांग्रेस ने पंजाब राज्य में अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन किया है. पार्टी ने राज्य में अब तक 70 से अधिक सीटों पर जीत या बढ़त हासिल की है. आम आदमी पार्टी 23 सीटों पर जीत/बढ़त के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि अकाली दल-बीजेपी गठबंधन का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है. राज्य में इस गठबंधन की जीत/बढ़त का आंकड़ा 20 सीटों के आसपास सीमित रह गया है.
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